उल्लू की जानकारी-ullu ki jankari hindi mein

उल्लू की जानकारी-ullu ki jankari hindi mein – आज हम आपको उल्लू की कुछ ऐसी जानकारी बताने वाले हैं जो शायद ही आपको पता होगी। और उल्लू के बारे में कुछ ऐसी बाते बताएंगे जिसे जानकार आप हैरान हो जाएंगे दोस्तों उल्लू के बारे में लोगो को ज़्यादा जानकारी नहीं है और बहोत से लोगो को उल्लू को लेकर कई ग़लतफ़हमी भी है इसी लिए आज हम ये पोस्ट लिख रहे हैं ताकि आप तक उल्लू की जानकारी पहुँचा सके। उल्लू कई क़िस्म के होते हैं और ये बात भी बहोत कम लोगों को पता है की उल्लू की टांगे बहुत लंबी होती है। उड़ते वक़्त उसकी टांगें तो नज़र आती है, लेकिन बैठते वक्त उसकी टांगे बिल्कुल छुप जाती है। इसकी टांगे तकरीबन 20 सेंटीमीटर तक लंबी हो सकती है।

उल्लू अपना शिकार रात में करता है जब बाकी शिकारी परिंदे सो रहे होते होते हैं। उल्लू रात में ज़्यादा चुस्त और तंदुरुस्त होता है। एक और दिलचस्प बात ये है कि उल्लू किसी भी परिंदे को उसके घोसले के अंदर बैठकर नहीं मारता बल्कि घोसले से बाहर लाकर मारता है। कुछ उल्लू मछलियों का शिकार भी करते हैं छोटे शिकार को वो एक साथ ही निगल जाता है जबकि बड़े शिकार को टुकड़ों में खाता है और खाने के दौरान कोई हड्डी या बाल वगैरा आ जाए, तो वो उसे बाहर उगल देता है।

उल्लुओं को ज़्यादा अकेला रहना पसंद होता है इसलिए आप किसी भी आबादी वाले इलाके में कोई उल्लू नहीं देखेंगे। उल्लू कौओं को अपना दुश्मन समझता है और कौए भी इसे ना पसंद करते हैं। उल्लू दिन में बहोत कम शिकार करता है जो उल्लू दिन में शिकार करते हैं वो दूसरे परिंदों का शिकार बन जाते हैं। उल्लू की 200 से ज़्यादा क़िस्मे हैं उल्लू बगैर आवाज निकाले अपने शिकार पर हमला करता है। उल्लू वो अकेला परिंदा है जिसके पर शिकार करते समय आवाज़ नहीं करते।

उल्लू की सुनने की ताक़त इंसानो की सुनने से 10 गुना ज्यादा होती है। उल्लू को जिस तरफ से आवाज़ आती है वो उसी तरफ अपना कान घुमा लेता है। उल्लू बहोत दूर की आवाज़ों को भी आसानी से सुन लेता है। और इसकी देखने की ताक़त इंसानों से 8 गुना ज्यादा है। उल्लू बर्फ में छुपे शिकार को भी आसानी से देख लेता है। लेकिन अगर कोई चीज़ उल्लू की आँख के बहोत ज़्यादा करीब में रखा जाए तो वो उसे नहीं देख पाता। शिकार करते वक्त इसके पर आवाज़ बिलकुल नहीं किया करते क्योंकि उल्लू के पर बहोत हल्के और नरम होते हैं।

उल्लू की जानकारी-ullu ki jankari hindi mein

इसी वजह से इसे खामोश शिकारी भी कहा जाता है। उल्लू अपनी गर्दन 270 डिग्री तक घुमा सकता है मतलब वो एक ही जगह पर बैठकर चारों तरफ देख सकता है। उल्लू को जब भी अपना शिकार नज़र आता है तो वो भयानक तरह की आवाज़ निकालता है। कुछ उल्लू की आवाज़ें घोड़े से भी मिलती हैं उल्लू का ठिकाना ज़्यादा तर वीरान जगह ही होती है। इसलिए आपको आम तौर पर उल्लू नज़र नहीं आते। उल्लू 70 फीट ऊंचाई पर अपना घोंसला बनाता है।

मादा उल्लू नर उल्लू से बड़ी होती है और वो अलग तरह के अंडे देती है। अंडों की तादाद 1 से 13 तक होती है। बच्चा निकलने से पहले मादा उल्लू 2 दिन पहले अंडे को थोड़ा सा तोड़ देती है। अपने अंडों को बचाने के लिए वो अपने पर पूरी तरह खोल देती है। इस तरह वो बहोत खौफनाक भी लगते हैं। उल्लू पहले अपने ताक़तवर बच्चों को खाना खिलाता है उसके बाद कमज़ोर बच्चों को खिलाता है। उल्लू की गर्दन में 14 हड्डियां होती है। यही वजह है कि उल्लू अपनी गर्दन को बहोत आसानी से घुमा लेते हैं यहां तक कि वो अपनी गर्दन को पूरा उल्टा भी कर सकते हैं।

उल्लू के पंजे बहोत मज़बूत होते हैं वो अपने पंजों से बहोत ही आसानी से शिकार को पकड़ लेते है और उसे मार भी देता है इनके पंजों की दो उँगलियाँ सामने की तरफ और दो ऊँगलियाँ पीछे की तरफ होती है। लेकिन ज़रुरत पड़ने पर उल्लू पीछे वाली दो उंगलियां भी आगे कर सकता है। उल्लू अपनी आंखें घुमा नहीं सकते इसी लिए उनकी आंखें सामने की तरफ ही देख रही होती है। उसके कान बालों के पीछे छुपे होते हैं। इसलिए तो वो आमतौर पर नज़र नहीं आते जानकारों का कहना है की अगर उल्लू का दिल किसी लक़वा मरीज़ के पास रख दिया जाए तो उसका लक़वा बहोत जल्द खत्म हो जाता है।

क्या उल्लू मनहूस होता है? Kya ullu Manhus hota hai

जानकारों का ये भी कहना है की उल्लू की चर्बी जोड़ों के दर्द के लिए बहुत फायदेमंद होती है अगर उल्लू की चर्बी से जिस्म पर मालिश की जाए तो तमाम दर्दों से छुटकारा मिल जाती है। उल्लू से जुड़ी बहोत सारी बातें भी हैं जो की सिर्फ और सिर्फ अफवाह ही है जैसे की उल्लू रोये तो किसी की मौत होने वाली होती है या कुछ बुरा होता है कुछ लोग उल्लू को मनहूस भी समझते हैं लेकिन ये सब बातें लोगों ने खुद ही बनाया है हक़ीक़त में ऐसा कुछ नहीं है उल्लू तो अल्लाह की बनाई मख्लूक़ में से एक खूबसूरत सा जानवर है लेकिन कुछ लोग इसे मनहूस या अपने लिए मुसीबत समझते हैं कुछ लोग तो इसे जान से भी मार देते हैं जो की ज़ुल्म है ऐसा बिलकुल नहीं करना चाहिए।

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उल्लू कीड़े मकोड़े लाकर अपने बच्चों को खिलाता है और ये अक्सर खेतों में भी पाए जाते हैं। एक तरह से ये खेतों की भी हिफाज़त कर रहे होते हैं क्योंकि जब खेतों में किसी भी तरह के कीड़े मकौड़े नज़र आते हैं तो उल्लू उसे खा लेते हैं। उल्लू को 2 हिस्सों में बाँटा जाता है-

  • नम्बर 1 Brown owl – वो उल्लू जिनका चेहरा दिल की तरह दिखाई देता है और इनकी चोंच भी लम्बे होते हैं और इनकी आँखे भी बड़ी-बड़ी बड़ी होती हैं
  • नंबर 2 true owl – ये उल्लू बहोत छोटी होती हैं और इनके कान दिखाई नहीं देते और इनकी आँखों की तरफ दिल जैसा बड़ा सा डिज़ाइन बना होता है दुनिया में इस उल्लू की 220 तक अक़साम पाई जाती है कुछ उल्लू चार साल तक ज़िंदा रह सकते हैं कुछ नौ साल तक और कुछ 20 साल से ज़्यादा समय तक ज़िंदा रह सकते हैं दुनिया में सबसे छोटे साइज़ का उल्लू 6 इंच का है जिसका नाम Alph है और इसका वज़न 40 ग्राम तक होता है।

दुनिया के सबसे बड़े उल्लू की लम्बाई 26 या 28 इंच होती है और इसका वज़न 6 किलोग्राम और परों की लम्बाई 6 फिट तक होती है। उल्लू को अगर पाला जाए तो वो इंसान के साथ बहोत ही जल्द घुल मिल जाता है इसे अपने मालिक के साथ खेलना बहोत पसंद होता है। कुछ देशों में उल्लू को सबसे तेज़ दिमागदार जानवर के नाम से भी जाना जाता है दोस्तों ये थी उल्लू की जानकारी जो आपके साथ हमने शेयर किया अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर ज़रूर करें और अपनी राय कमेंट में ज़रूर लिखें।

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