क्या इस्लाम बिल्ली को घर में पालने की इजाजत देता है-Ghar Me Billi Palna Kaisa Hai
Ghar Me Billi Palna Kaisa Hai- दोस्तों अल्लाह तआला ने बहोत से जानवर ऐसे पैदा किए हैं जो इंसानों के साथ घुल-मिलकर उनके साथ रहते हैं बिल्ली भी एक ऐसा ही जानवर है अल्लाह तआला ने बिल्ली के अंदर कुछ ख़ास बात रखी है जिसकी वजह से ये मख्लूक़ हमारी जिंदगी का एक हिस्सा बनी हुई है वो ख़ास बात क्या आज हम इसी के बारे में जानेंगे की क्या इस्लाम बिल्ली को घर में पालने की इजाजत देता है तो आप से गुज़ारिश है इस पोस्ट को पूरा ज़रूर पढ़ें – क्या इस्लाम बिल्ली को घर में पालने की इजाजत देता है-Ghar Me Billi Palna Kaisa Hai.
दोस्तों हमारे आस-पास हर वक़्त मायूसी और डिप्रेशन का ऐसा जाल फैला होता है जो हर वक़्त हम पर हावी होने की कोशिश करता है एक साइंसी तहक़ीक़ से मालूम हुवा की बिल्लियों में अल्लाह तआला ने ऐसी ताक़त रखी है जो हमारे आस-पास मौजूद नेगेटिव एनर्जी को अपने अंदर खींच लेती है और जो हमारे डिप्रेशन में कमी का एक बहुत बड़ा सबब बनती है दोस्तों साइंस के मुताबिक़ जब हम सो जाते हैं तो बिल्लियाँ हमारे अंदर से वो तमाम नेगेटिव एनर्जी ख़त्म कर देती हैं.
और अगर एक कमरे में 1 से ज्यादा लोग है और सिर्फ एक बिल्ली है तो फिर भी अल्लाह ने उस बिल्ली को इतनी ताक़त दी है की कमरे में मौजूद तमाम लोगों के अंदर मौजूद नेगेटिव एनर्जी को अपने अंदर खींच लेती है दोस्तों कुछ मज़ाहिब में बिल्ली को नापाक समझा जाता है तो कुछ मज़ाहिब में इसे हलाल समझकर खाया भी जाता है जब की इस्लाम ने इसका गोश्त खाने से मना किया और दूसरी तरफ इनके साथ प्यार मोहब्बत और हुस्ने सुलूक करने का हुक्म दिया जैसे एक सहाबी की कुन्नियत थी अबू हुरैरा यानी बिल्लियों वाला अबू हुरैरा नाम रखने की वजह ये थी की आपके पास बिल्लियाँ थी जिसको आप अपने साथ रखा करते थे.
इसी लिए आप रज़ियल्लाहु तआला अन्हो की कुन्नियत अबू हुरैरा पड़ गई दोस्तों यहाँ इस बात से पता चलता है की बिल्लियों को पाला जा सकता है मगर उनके खाने पीने का पूरा ख्याल भी रखना होगा और उन्हें कोई तकलीफ न दी जाए दोस्तों साइंस के मुताबिक़ घर में बिल्ली पालने का एक बड़ा फायदा ये भी है की बिल्लियों को इंसान को छूना बहोत पसंद होता है दोस्तों माहिरीन के मुताबिक़ बिल्ली को छूने में अल्लाह ने डिप्रेशन का इलाज रखा है इसके बालों एक अलग क़िस्म की बैक्टीरिया पाई जाती है जो इंसान के जिस्म में डिप्रेशन को कम करने में मदद करते हैं.
एक औरत को बिल्ली की वजह से अज़ाब हुवा – Ek aurat par billi ki wajah se azab huwa
हालांकि इस्लाम में बिल्ली हलाल नहीं है लेकिन इसे पाक बताया गया है जो बिल्ली किसी की मिलकियत न हो उसे पालने में कोई हर्ज नहीं जैसे की हदीस में है सय्यदना अब्दुल्लाह बिनउम्र रज़ियल्लाहु तआला अन्हो से रिवायत है की नबी पाक सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया एक औरत को बिल्ली की वजह से अज़ाब हुवा उसने बिल्ली को क़ैद करके रखा ना तो उसे कुछ खाने को देती और ना ही पीने को यहां तक की वो उस बिल्ली को बाहर भी नहीं जाने देती जिससे की वो कुछ खाकर अपना पेट भर सके इस वजह से वो बिल्ली भूक और प्यास की शिद्दत से तड़प कर मर गई.
इस लिये वो औरत जहन्नम में गई दोस्तों माहिरीन ने बिल्लियों पर की जाने वाली तवील तहक़ीक़ से ये मालूम किया है की अब से 8 हज़ार साल पहले जंगली बिल्लियों ने खाने की तलाश में खेतों के क़रीब जाना शुरू किया उस वक़्त भी खेतों में चूहों का फिरना आम बात थी उन चूहों का पीछा करते-करते बिल्लियां इंसानो की आबादी में भी पहुँच जाती और यही वो वजह थी जिससे इंसानों और बिल्लियों के बीच ताल्लुक़ क़ायम हुवा और ये एक दूसरे से घुलने-मिलने लगे और बिल्ली आज के दौर में सबसे आम पालतू जानवरों में से एक है.
बिल्ली नुकसान पहुँचा रही है तब क्या करें-Billi nuqsan pahuncha rahi hai tab kya karen
नबी ए करीम सल्लल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम बिल्लियों के साथ बहोत नरमी का बर्ताव किया करते थे मोहतरम अज़ीज़ दोस्तों हमें अल्लाह के नबी के मुताबिक़ इस जानवर से नरमी के साथ बर्ताव करना चाहिये दोस्तों ये हमारी ज़िम्मेदारी है हम अपने सामान खाने-पीने या दूध वग़ैरा की खुद हिफाज़त करें बिल्ली पर ज़ुल्मों सितम करने की ना सोचें जैसे अक्सर कबूतर पालने वाले लोग बिल्लियों को बेदर्दी से तड़पा-तड़पा कर मार देते हैं दोस्तों ये काम हरगिज़ सही नहीं है जिस जानवर से हमारे आक़ा ने मोहब्बत की हमें भी चाहिए की उनकी पैरवी करते हुवे हम उसे मोहब्बत और शफ़क़त की नज़र से देखें.
हाँ अगर कोई बिल्ली बहोत खूँखार है और आपको नुकसान पहुंचाती है तो मेहरबानी करके उसे मत मारिये बल्कि उसे कहीं दूर ले जाकर छोड़ दीजिए दोस्तों इस बात से हमें ये भी मालूम हुवा की इस दौर के जो साइंस दान है वो हुज़ूर पाक सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की बताई हुई बातों पर मोहर लगा रहे हैं दोस्तों साइंस आज जो बाते कह रहा है 1400 साल पहले हम सबके आक़ा मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने बता दिया है बेशक आप अल्लाह के सच्चे रसूल हैं.
यह भी पढ़ें : सदक़ा और खैरात क्या है और इसकी फ़ज़ीलत क्या है-sadqa aur khairat ki fazilat
यह भी पढ़ें : बकरीद क्यों मनाई जाती है इसके पीछे क्या वजह है-Bakra eid kyu manaya jata hai
उम्मीद करते हैं आपको हमारी ये पोस्ट क्या इस्लाम बिल्ली को घर में पालने की इजाजत देता है-Ghar Me Billi Palna Kaisa Hai ज़रूर पसंद आई होगी आपसे गुज़ारिश है की इस पोस्ट को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक शेयर करें और इस तरह की जानकारी हासिल करने के लिए हमारी वेबसाइट को चेक करें अल्लाह तआला से दुआ है की अल्लाह हम सबको इन्सानों के साथ साथ जानवरों से भी मोहब्बत करने की और उनके काम आने की तौफ़ीक़ दे आमीन (Ghar Me Billi Palna Kaisa Hai)