दौलत कमाना और इसका सही इस्तेमाल करना

दौलत कमाना और इसका सही इस्तेमाल करना-Daulat kamana aur sahi istemal karna

अस्सलामु अलैकुम दोस्तों आज हम जानेंगे दौलत कमाना और इसका सही इस्तेमाल करना इस पोस्ट को पूरा ज़रूर पढ़ें इंशाअल्लाह आपको पता चलेगा की आज के दौर में दौलत कमाना यानी Paisa Kamana Aur Sahi Istemal Karna हम अपने पैसो को क्या सही तरीक़े से इस्तेमाल करते हैं?

दौलत कमाना और इसका सही इस्तेमाल करना-paisa kamana aur sahi istemal karnaदौलत कमाना और इसका सही इस्तेमाल करना

जिस दौलत को हमारे नबी मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फितना कहा आज हम दिन-रात उसी दौलत के पीछे भाग रहे हैं और इस कदर दौलत की हवस को अपने ऊपर हावी कर दिया है कि हमें इसके अलावा कुछ और दिखाई ही नहीं देता इसी दौलत से बड़े-बड़े घर बनाए बैंक बैलेंस बनाया गाड़ियां बनाई बड़ी-बड़ी इंडस्ट्रियल एरिया बनाए बड़ी-बड़ी इमारतें बनाई लेकिन इन सब के पीछे लग कर खुद को इंसान ना बना सके अपनी ज़रूरियात पूरी करने के लिए दौलत कमाना बीवी बच्चों का पेट पालना सर छुपाने के लिए घर खरीदना ये सब अच्छी बात है

लेकिन इस दौलत को कमाने के चक्कर में इतना आगे निकल जाना कि आप इंसान को इंसान ही ना समझे ये ग़लत है एक इंसान बहोत दौलत वाला था उसने दुनिया में अपनी पसंद की हर चीज़ खरीद ली थी और जो चीज उसके पास नहीं होती थी वो उसे भी बहोत आसानी से खरीद लिया करता था घर में हर काम के लिए नौकर थे खाना बनाने वाला कपड़े धोने वाला इस्त्री करने वाला घर की सफाई करवाने वाला बच्चों को संभालने वाला घर की रखवाली के लिए चौकीदार गाड़ियों के लिए ड्राइवर गार्डन के लिए माली वगैरा ये कहें कि ज़िन्दगी गुज़ारने के लिये उसके पसंद की हर चीज़ उसके पास मौजूदथी

एक दिन घर का चौकीदार उसके पास आया और कहने लगा सर मुझे 25 हज़ार रुपए की बहोत ज़रूरत है मुझे किसी का क़र्ज़ चुकाना है जो कि मुझे काफी समय से परेशान कर रहा है ये सुनकर उसका मालिक बोला कि मैं कहां से लाऊं मैं खुद परेशान हूं खर्चों की वजह से जाओ जब मेरे पास होंगे तो दे दूंगा और काफी समय गुज़र गया उसका मालिक उस चौकीदार को न तो पैसे दिए और न तो कभी उससे पुछा एक दिन उसके घर में काम करने वाली बूढ़ी औरत उसके पास आई और बोली साहब जी मेरी बेटी की शादी है मुझे कुछ पैसे उधार दे दे मैं धीरे-धीरे अपनी तनख्वाह में कटवाती रहूंगी

साहब जी ने पूछा अच्छा कितने पैसे चाहिए उस औरत ने जवाब दिया कि 1 लाख रूपए चाहिए कुछ ज़ेवर बनवा लुंगी और कुछ बेटी के दहेज़ का इंतज़ाम कर लुंगी साहब ने गुस्से में बोला की मैं कहाँ से दूँ पैसे जाओ अपना काम करो और मैं देख रहा हूं कि आजकल तुम्हारा काम में बिल्कुल ध्यान भी नहीं लगता ये सुनकर वो बूढ़ी औरत आंखों में आंसू लिए वहां से चल पड़ी एक मालदार शख्स का पड़ोसी अपने माली हालात की वजह से बहोत परेशान रहता था नौकरी से हाथ धो बैठा था फीस ना देने की वजह से बच्चों को स्कूल से निकाल दिया गया था मां बाप बूढ़े और बीमार थे उनकी दवाइयां लाना भी उस शख्स के लिए मुश्किल हो गई थी

हमेशा उसकी बीवी से उसका झगड़ा होता था जिसका आवाज़ उसका मालदार पड़ोसी सुनकर हर रोज़ हंसता रहता था एक फैक्ट्री का मालिक रोज़ अपने वर्कर को डाँटता था उन्हें गालियां देता था कोई किसी मजबूरी की वजह से छुट्टी लेने आता या किसी मदद के लिए आता था तो वो उसे कामचोर गरीब छोटी जाती वाला कह कर भेज देता था किसी की छोटी सी गलती पर उसे नौकरी से निकाल देता था दोस्तों यहां ये क़िस्से बताने का मकसद किसी इंसान को तकलीफ पहुँचाना बिलकुल नहीं है

लेकिन हकीकत में होने वाले इन सब वाक़िआत से सबक़ हासिल करना चाहिए दौलत शोहरत और इज़्ज़त ये सब तो अल्लाह तआला की दी हुई है कब किसके पास चली जाए ये बस अल्लाह जानता है अल्लाह ने अगर किसी को दौलत दिया है तो वो उसे आज़माता भी है की वो अपने से कमतर और ग़रीबों के साथ कैसा सलूक करता है उसके पास कोई भूखा प्यासा और कोई बेघर आता है तो उसके साथ वो क्या बर्ताव करता है कोई ज़रुरत मंद या क़र्ज़दार उसके पास आए तो उसके लिए क्या करता है

ऐसी दौलत का क्या फायदा जो आपके भाई की ज़रुरत को पूरी ना कर सके ऐसी दौलत का क्या फायदा जिससे आपका पड़ोसी भूखा प्यासा सो जाए जिससे किसी की ज़रुरत पूरी ना हो सके ऐसी दौलत का क्या फायदा जिससे आपके अपने ही आपसे दूर हो जाए ऐसी दौलत किस काम की जब की उसके पडोसी के पास खाने के लिए या दवाईयों के लिए भी पैसे ना हो ऐसी दौलत का फायदा ही क्या जो इंसान को इंसानियत ही भुला दे दौलत के नशे में इतने अंधे मत बनो की क़यामत के दिन यही दौलत तुम्हारे लिए परेशानी बन जाए

अफ़सोस और डर के साथ कहना पड़ता है कि लोगों ने पैसे को अपना ईमान बना लिया है हर वक्त पैसा-पैसा करते है पैसे का रौब झाड़ते रहते हैं पैसे की वजह से घमंड करते हैं और जगह-जगह पैसे होने का दिखावा करते हैं याद रखें कि मौत के वक्त इन्हीं पैसों से हमारे लिए कब्र खुदवाकर हमें दफन कर दिया जाएगा और हम अपने साथ कुछ भी नहीं ले जाएंगे क़ुरआन पाक में अल्लाह ताला फरमाता है माल की ज्यादा चाहत ने तुम्हें गुमराह कर दिया यहां तक कि तुम कब्रिस्तान जा पहुंचे कुछ चीज़ों की मोहब्बत लोगों के लिए तय हो चुकी है

जैसे औरतें और बेटे और सोने और चांदी के जमा किए हुए ख़ज़ाने और शानदार घोड़े और चौपाई और खेती यह दुनिया की जिंदगी का सामान है और लौटने का अच्छा ठिकाना तो अल्लाह तआला ही के पास है आप कह दीजिए क्या मैं तुम्हें उससे बहोत ही बेहतर चीज़ बताऊं नेक लोगों के लिए उनके अल्लाह तआला के पास जन्नत हैं जिसमें ठंडे और मीठे पानी की नहरे हैं जिसमे वो हमेशा रहेंगे अल्लाह तआला की रज़ामंदी है सब बंदे अल्लाह तआला की निगाह में हैं हदीस शरीफ में आता है

नबी करीम सल्लल्लाहू अलैही वसल्लम ने फरमाया कि अगर इंसान को एक बोरी सोना भरके दे दिया जाए तो वो दूसरी का ख्वाहिश करेगा अगर दूसरी दे दी जाए तो तीसरी की ख्वाहिश करेगा और इंसान का पेट मट्टी के सिवा और कोई चीज नहीं भर सकती और अल्लाह पाक उसकी तौबा कुबूल करता है जो तौबा करेगा ये हदीस सहीह बुखारी हदीस नंबर 6438 में है अल्लाह तआला से दुआ है अल्लाह हम सबको अगर दौलत दे तो उसे इस्तेमाल करने का सही तरीक़ा भी अता करे जिससे हम ग़रीबों और ज़रुरत मंदों के काम आ सके

Allah Par Yaqeen Rakho-अल्लाह पर यक़ीन रखो

दोस्तों अल्लाह तआला से दुआ है की अल्लाह हम सबको दौलत कमाना और इसका सही इस्तेमाल करना इसकी तौफ़ीक़ दे हम उम्मीद करते हैं कि हमारी जानकारी आपको ज़रूर पसंद आई होगी अगर यह मालूमात पसंद आई हो तो आपसे गुज़ारिश है कि आप इस और लोगों तक शेयर करें – दौलत कमाना और इसका सही इस्तेमाल करना (अल्लाह हाफिज)

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